चटक रगंों के साथ'। नलए िोिों त्चत्र दिि के अलग-अलग समयो तथा उिके अपि े ििलत े हुए मिोभािों को सम्ुडटत करि े का एक कैििास पर अवरिनलक स े प्रयोास हैं। भूदृश् त्चत्रण और स्स्र-िस् ुत्चत्रण के िीच की ििाए गए उिके अन्य िड़ेो संरिांत-स्ली के िीच मँडरात ेहुए श्ी कुमार के त्चत्र हमार े त्चत्र श्ी कुमार की शाििार िैनिक पडरिेश के जाि ूको दफर स ेजागृत करत ेहैं। कलात्मक कल्पिा के साक्ष्य थे। इिम ें स े िो त्चत. [...] रिैा का सस्ं रण कबफ़ोर आई फॉरगोटे एक रगंमंच उस िौर का वििरण नमलता है जि कश्ीर 1990 के िशक म ें अनभिते ा, नििकेशक और संसृ्वतकममी के रूप म ें उिके डहंसा और अराजकता के गत ्श म ें उतर गयोा। िहुआयोामी जीिि का एक िहे ि हृियोस्पशमी िृत्ांत है। योह 7 वकयोा गयोा है, जो भारत के उथल-पथु ल भर ेकाल में जीिि की खुशी और िेििा िोिों को उजागर करता है। संस्रण में कश्ीर म ें 1990 के िशक के िि्शिाक काल और डहंसा से जूझ. [...] अम्बेडकर के अम्बडे कर के हस्क्पे ों, विशेष तौर पर श्म सम्बधं ी हस्क्ेपों जीिि और कृवतत्व की स्ृवत में आयोोर्जत की गई थी। को दृश्पटल स े ओझल कर दियोा है। अम्बडे कर जावत की उपस्स्त विद्ािों के पैिल ि े लोकतांवत्रक ििलाि के माग ्श दृखष्ट से श्म िाज़ार म ें वकए जािे िाले भेिभाि की िात कहत े के रूप में सामार्जक उच्च िग्श के ‘आत्धपत्’ की प्रवरियोा और थे जो वक भारत में श्नमकों की िहुस्रीयो अरनक्तताओ ंको उ. [...] अलोणे िे सत्ा पडरित्शि को स्ीकार ‘मैत्री’ की संकल्पिा में रखेांवकत करुणा का भाि ही स्स् करिे म ें ‘िुष्द्जीिी उच्च िग्श’ की विमुखता को लेकर सिाल राष्ट्र के निमाण्श के नलए आिश्क है। शौय्य नमश्ा असमेानिा मनवारण की आवश्यकिा और जल पर रसायोिों और औद्योत्गक कृवष के िषु्प्रभािों से निपटिे के नलए उन्होंि े जवै िक खेती की आिश्कता पर िल दियोा। वािा्श: गोारटंीककृ त रोज़गोार के माध्यम से आधारभूत उन्होंि े व. [...] 28936/77 मनदेशक की कलमे से चल रहे चुिािी िौर और लगातार गममी के मौसम िे िई दिल्ी के तापमाि को वपछले िो महीिों से िढ़ा रखा है। सेंटर िे अपि े कायो्शरिमों और खािपाि व्िस्ा स े गममी की शष्कु ता से राहत प्रिाि करिे का प्रयोास वकयोा है। खािपाि के सभी स्ािों पर गममी म ें ठंडक पहँुचाि े िाले विशषे मन्ये ू की शुरुआत की गई है। कई सिस्यों के अिरु ोध पर अलग-अलग प्रकार से ब्राउि अंडों को स्ास्थ्यिध्शक िाश्त े.
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- 20
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- India
- Title in English
- Diary - Exhibited in folklore and legends: Artist: [from PDF fonts]
Table of Contents
- लककथओ और कक वदतय क तवषय म 1
- परदरशन 1
- कलकर 1
- सहयग 1
- 5 स 18 मई 2024 1
- कल और अभकलपन क ममलन 2
- परदरशन 2
- रचनकर 2
- 20 स 30 अपरल 2024 2
- रग और करकत सन क तवषय म 2
- परदरशन 2
- कलपरसततय 2
- 18 स 24 मई 2024 2
- एक कवतमक दषट 3
- परदरशन 3
- तचतरकर 3
- 3 स 9 अपरल 2024 3
- एक सगमय लय-करम 4
- परदरशन 4
- सहयग 4
- 2 स 10 मई 2024 4
- शसतय सग क एक यदगर शम 4
- कनसरश 4
- पयनवदक 4
- सहयग 4
- 3 मई 2024 4
- रय कल इतहस क शलक परष क यद कर हए 5
- चचश 5
- नल सदसय 5
- सन टरपपण 5
- अधयकष 5
- 15 मई 2024 5
- उपमनवशवद क कतय इतहस पर एक ज़ नज़करय 6
- चचश 6
- अधयकष 6
- 24 अपरल 2024 6
- घटनओ और ककसस क अनठ तवन 7
- टरचचश 7
- सहयग 7
- 29 मई 2024 7
- एक मतमगध कर दन वल परसत 7
- हतसव 7
- नरक 7
- ननददरक 7
- रचन 7
- परसतत 7
- सहयग 7
- 4 अपरल 2024 7
- लकत अमडकर क नज़करए स 8
- चचश 8
- सभत 8
- सहयग 8
- 01 मई 2024 8
- असमन मनवरण क आवशयक 9
- अधयकष 9
- 5 अपरल 2024 9
- एक दखद वसतवक 9
- पवचन 9
- चचश 9
- पररमभक उदधन 9
- चचश परतभग 9
- सभत 9
- 12 अपरल 2024 9
- मधयस तवधय 10
- चचश 10
- चचश परतभग 10
- सभत 10
- सहयग 10
- 16 मई 2024 10
- यदधतवरम क कई सर नज़र नह आ 11
- अधयकष 11
- 17 मई 2024 11
- एक महततवपणण और ममममक तलम 12
- पलम 12
- ननदरक 12
- 17 मई 2024 12
- घर क एकनत म क द एक मसमल टसजडर 12
- पलम 12
- ननददरन 12
- टरचचश क पवषय 12
- सभत 12
- सहयग 12
- 14 मई 2024 12
- एक वजमनक क बहआयम षतण 13
- पलम 13
- ननददरक 13
- 29 अपरल 2024 13
- जलवय पकरवणन स मकबल क ललए रनटयम 14
- पलम 14
- ननददरक 14
- 1 मई 2024 14
- कमज़र ककए गए पयणवरण कनन क दषपकरणम 14
- अधयकष 14
- 10 मई 2024 14
- अननपणण पवण पर बव कयण 15
- सदहरण वखन 15
- अधयकष 15
- 16 मई 2024 15
- एक तवलपतपरय मगरमचछ परजत क जवन रहसय हए उजगर 15
- वश चमबल 15
- अधयकष 15
- सहयग 15
- 26 अपरल 2024 15
- षककत तवजन क कत म नई उपलबधय 17
- अधयकष 17
- 23 अपरल 2024 17
- व-उदक शसतय परसतय 17
- द आई.आई.स. डबल पबल 17
- धतद गयन 17
- कतथक परसतत 17
- 16 मई 2024 17